Monday, September 24, 2007

ए मौला ..


मेरी आंखों के हर एक आंसू को किसी प्यासे का जल कर दे, मौला
जिस बन्दे का मकसद नेक हो उसकी हर मुश्किल हल कर दे,मौला

औंधे बेजान पडे कुछ सपनों में आज थोड़ी सी हलचल कर दे, मौला
जिस बन्दे का मकसद नेक हो उसकी हर मुश्किल हल कर दे,मौला

हर परिंदा बसेरे को लौटे इस मियाद को एक पल कर दे , मौला
जिस बन्दे का मकसद नेक हो उसकी हर मुश्किल हल कर दे,मौला


1 comment:

अमिय प्रसून मल्लिक said...

[b][red]हर परिंदा बसेरे को लौटे इस मियाद को एक पल कर दे , मौला
जिस बन्दे का मकसद नेक हो उसकी हर मुश्किल हल कर दे,मौला

aapko pata bhi hai ki aapne kitni achchhi rachna likh daali hai. bas aap lagi rahiye aur apne shrotaaon par baaqi kaam chhor den.
bahut hi khub!